Yamunotri Dham: कहां-कहां घूमें, कैसे पहुंचे उत्तर भारत में 4 धाम काफी मशहूर है जो कि उत्तराखंड के अंदर है, जिनमें बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल है। ये छोटे धाम के नाम से भी जाने जाते हैं और इनका हिंदू धर्म में अलग ही महत्व है। यमुनोत्री कालिद पर्वत पर समुद्र तल से 4421 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यमुनोत्री के बारे मे पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि सूर्य की पत्नी छाया से यमुना और यमराज पैदा हुए यमुना नदी के रूप मे पृथ्वी मे बहने लगीं और यम को मृत्यु लोक मिला। ऐसा कहते हैं कि जो भी कोई मां यमुना के जल मे स्नान करता है वो आकाल म्रत्यु से मुक्त हो जाता है साथ ही मोक्ष को भी प्राप्त कर लेता है। आमतौर पर तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम के लिए एक दिन की यात्रा या ज्यादा से ज्यादा एक रात तक ही रुकना पसंद करते है। इस वजह से कुछ आकर्षक और सुन्दर दर्शनीय स्थलों के दर्शन करना तीर्थयात्री भूल जाते है। हालांकि अगर आप यमुनोत्री में एक या दो दिनों के लिए यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो यहां पर आप कई जगहों पर जा सकते हैं जिन्हें देखना बिलकुल भी ना भूलें। यमुनोत्री में
Posts
- Get link
- X
- Other Apps
दुनिया के पांच अजीबो गरीब जानवर जिसे देखकर आपको यकिन नही होगा दोस्तों वैसे तो आपने दुनिया में बहुत से जानवर देखे होंगे लेकिन आज के इस पोस्ट में मैं आपको कुछ ऐसे जानवरों के बारे में बताने जा रहा हूं जिन्हें शायद आपने नहीं देखा होगा। 1- रोक्सेलाना :- यह बंदर बाकी बंदरों से बिल्कुल अलग दिखते हैं जिनमें नर बंदर मादा बंदरों से ज्यादा बड़े होते हैं और नर बंदर का रंग काला और भूरा होता है वहीं मादा बंदर का रंग सूरज की रोशनी में एकदम सफेद चमकता हुआ दिखाई देता है। 2 – मारखोर बकरी :- अगर आप एक ऐसे दानव को देखते हो जिसे देख कर लगता है कि वह एलियन के रेडियो सिग्नल को पकड़ने की कोशिश कर रहा है तो वह जरूर मारखोर बकरी होगी जो 6 फीट तक बड़ी होती है और उसके सिंघ 5.2 फीट तक लंबे होते हैं जिनका इस्तेमाल नर जानवर लड़ाई करके मादा को लुभाने के लिए करते हैं। 3- एम्परर तमारिन :- यह जानवर सिर्फ 10 इंच बड़े होते हैं। लेकिन इनके मुछ इनके चेहरे से भी बड़ी और इनकी पूछ इनके शरीर से भी ज्यादा बड़ी होती है। जो ज्यादातर ग्रुप में रहना पसंद करती है इनमें से कुछ मांसाहारी भी होते हैं जो मेंढक या मछली को भी